“कॉलेज के सब बच्चे चुप हैं काग़ज़ की इक नाव लिए मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं, मेरे कमरे को सजाने कि तमन्ना है तुम्हें, मैं मज़बूत बहुत हूँ लेकिन कोई पत्थर तो नहीं हूँ !! कलीम आजिज़ टैग : ज़िंदगी शेयर कीजिए चारों तरफ़ दरिया की https://youtu.be/Lug0ffByUck