हरिताल, नमक तथा हल्दी से होम करने पर शत्रुओं का स्तम्भन होता है। जिव्हां कीलय बुद्धिम विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ‘ॐ बगलामुख्यै च विद्महे स्तम्भिन्यै च धीमहि तन्नो बगला प्रचोदयात्।’ Bagalamukhi is understood by the favored epithet Pitambara-Devi or Pitambari, “she who wears yellow clothes”. The iconography and worship rituals https://juliuslyisz.ezblogz.com/63907687/the-best-side-of-baglamukhi-beej-mantra