किताबें, कहानियां, कविताओं के काफी करीब है, या तो बोलती नहीं है और जब बोलती है तो चुप नहीं होती। लिखना शौक है और पेशा भी। ये तो प्रकृति का उसूल है की नया आएगा और पुराना जाएगा. तो हर वक़्त मरने के बारे में सोच सोचकर बिलकुल भी परेशान https://baglamukhi80998.blogminds.com/5-simple-techniques-for-fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana-35298388